सूखाताल झील के कैचमेंट में बनाई पार्किग

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सूखाताल झील के कैचमेंट में बनाई पार्किग.

पर्यटन सीजन में उबड़-खाबड़ सड़क से दिक्कत.


सरोवर नगरी में पर्यटन सीजन परवान चढ़ने के साथ ही नियम भी टूट रहे हैं। नैनी झील के कैचमेंट सूखाताल झील के कैचमेंट में बनाई पार्किग में बेरोकटोक पर्यटक वाहनों की पार्किग की जा रही है, मगर स्थानीय प्रशासन इससे अनजान है। 1झील का मुख्य जलागम सूखाताल है। बरसात में झील 40 फीसद सूखाताल से रिचार्ज होती है। सूखाताल को संरक्षित करने का मामला हाई कोर्ट भी पहुंचा था। अब नेशनल ग्रीन टिब्यूनल में भी पहुंच गया है। टिब्यूनल ने जिला प्रशासन से जवाब मांगा है। हाल ही में डीएम ने झील के रिचार्ज जोन के सर्वेक्षण के लिए कमेटियां बनाई हैं। इधर, पर्यटन सीजन आते ही सूखाताल में पार्किग बना दी गई है। पर्यावरणविद अजय रावत ने इस पर चिंता जताते हुए कहा कि एक ओर प्रशासन द्वारा नैनी झील संरक्षण का दावा हो रहा है, दूसरी ओर सूखाताल में पार्किग होना इन दावों पर सवाल खड़े करता है। एसडीएम विनोद कुमार का कहना है कि मामले का संज्ञान लिया जा रहा है।जासं, नैनीताल : सरोवर नगरी में पर्यटन सीजन परवान चढ़ने के साथ ही नियम भी टूट रहे हैं। नैनी झील के कैचमेंट सूखाताल में बेरोकटोक पर्यटक वाहनों की पार्किग की जा रही है, मगर स्थानीय प्रशासन इससे अनजान है। 1झील का मुख्य जलागम सूखाताल है। बरसात में झील 40 फीसद सूखाताल से रिचार्ज होती है। सूखाताल को संरक्षित करने का मामला हाई कोर्ट भी पहुंचा था। अब नेशनल ग्रीन टिब्यूनल में भी पहुंच गया है। टिब्यूनल ने जिला प्रशासन से जवाब मांगा है। हाल ही में डीएम ने झील के रिचार्ज जोन के सर्वेक्षण के लिए कमेटियां बनाई हैं। इधर, पर्यटन सीजन आते ही सूखाताल में पार्किग बना दी गई है। पर्यावरणविद अजय रावत ने इस पर चिंता जताते हुए कहा कि एक ओर प्रशासन द्वारा नैनी झील संरक्षण का दावा हो रहा है, दूसरी ओर सूखाताल में पार्किग होना इन दावों पर सवाल खड़े करता है। एसडीएम विनोद कुमार का कहना है कि मामले का संज्ञान लिया जा रहा है।नैनीताल के सूखाताल में पार्क किए गए वाहन। यह नैनी झील का कैचमेंट है और बेरोकटोक यहां गाड़ियां पार्क की जा रही हैं’ जागरणमालरोड से लेकर हाई कोर्ट रोड तक रेंगते रहे वाहन.

सरोवर नगरी में ग्रीष्मकालीन पर्यटन सीजन परवान चढ़ने के साथ ही पार्किग समस्या की वजह से दुश्वारियां भी सामने आने लगी हैं। पुलिस ने पार्किंग समस्या की वजह से शहर में ट्रैफिक जाम से पार पाने के लिए हल्द्वानी रोड में बल्दियाखान व भवाली रोड में वाहनों को नियमित अंतराल में भेजा गया। माल रोड से लेकर हाई कोर्ट रोड तक पर्यटक वाहन रेंगते रहे। रविवार को शहर में एक हजार से अधिक वाहनों ने इंट्री की। खुशनुमा मौसम के बीच रविवार सुबह से ही वाहनों की आमद शुरू हो गई। दोपहर बाद इसमें एकाएक तेजी आई। पुलिस ने जाम से निपटने के लिए वाहनों को नियमित अंतराल में भेजा। नैनी झील में नौकायन, केव गार्डन, चिड़ियाघर, रोप-वे, बारापत्थर, स्नोव्यू, किलबरी रोड, हिमालय दर्शन में पर्यटकों का तांता लगा रहा।

शहर में पर्यटन सीजन भले ही परवान चढ़ने लगा हो मगर सरकारी विभागों की सुस्ती मुसीबत बढ़ा रही है। पर्यटन सीजन की समीक्षा बैठक में विभागों व कार्यदायी संस्थाओं को व्यवस्थाएं सुधारने की हिदायत दी गई थी, लेकिन इसके बाद भी विभाग मानने को तैयार नहीं है। शहर में हाई कोर्ट-सूखाताल, हरमिटेज भवन तिराहे पर बारिश की वजह से सड़क खस्ताहाल हुई तो वाहनों की आवाजाही से उबड़ खाबड़ हो चुकी है। लोनिवि की ओर से इस सड़क से पीठ फेर ली है। डीआइजी कार्यालय को जाने वाली सड़क की बदहाली राहगीरों को परेशान कर रही है। मुख्य तिराहे पर लोनिवि की इस उदासीनता से लोग गुस्से में हैं। आसपास के दुकानदारों के अनुसार इस संबंध में शिकायत भी की जा चुकी है।

Credit : Jagran.com